मंदिर में शंख फूंक दो या अजान पढ़ दो, नहीं कोई बैर अब, ऐसा कोई जयघोष कर दो। मंदिर में शंख फूंक दो या अजान पढ़ दो, नहीं कोई बैर अब, ऐसा कोई जयघोष कर दो।
रिश्ते-संबंधी-गरीब ना हो महरूम हो चहुँओर समान हर्ष-उल्लास। रिश्ते-संबंधी-गरीब ना हो महरूम हो चहुँओर समान हर्ष-उल्लास।
प्रीत रंग का फैले दामन में सौरभ भर लूँ अबीर गुलाल से ये दामन प्रीत रंग का फैले दामन में सौरभ भर लूँ अबीर गुलाल से ये दामन
निकलो बाहर मकानों से, लड़ो लड़ाई बेईमानों से। निकलो बाहर मकानों से, लड़ो लड़ाई बेईमानों से।
सब मिल ऐसा जतन करें, हर किसी के जीवन में होली संग खुशियों के रंग भरें। सब मिल ऐसा जतन करें, हर किसी के जीवन में होली संग खुशियों के रंग भरें।
आओ प्रेम की फसल उगायें। नफ़रतों के बीज जड़ से मिटायें। आओ प्रेम की फसल उगायें। नफ़रतों के बीज जड़ से मिटायें।